आनंदपाल (Anand Pal) सिंह की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुले कई राज

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आज करीब दोपहर 11:00 बजे आनंदपाल सिंह के शव को चुरू के जिला अस्पताल ले जाया गया।

वहाँ आनंदपाल सिंह के शव का दुबारा पोस्टमार्टम करवाया गया। इसमे कुछ नई बाते सामने आई जो की पहले वाले पोस्टमार्टम में नही बताई गई थी। इस नए वाले पोस्टमार्टम की रिपोर्ट भी पुलिस गुप्त रखना चाहती थी , पर कुछ अंदर के सूत्रो ने इस रिपोर्ट की कॉपी मुझसे साझा करी है।

इस नई रिपोर्ट में मुख्यतः तीन नई बाते सामने आई है:

1. इसमे बताया गया है कि आनंदपाल सिंह के शरीर में गोली महज़ दो फुट की दुरी से मारी गई है। मेरा कहना है की जब पुलिस कहती है की हमने उसे काँच में देखकर गोली मारी थी तो फिर महज़ दो फुट की दुरी तक ही गोली मारनी थी तो इसमे कांच का उपयोग क्यों किया गया। यह तो एक बेहूदा मजाक हो गया ना।

2. दूसरी बात यह आई है की आनंदपाल सिंह के शरीर में कुल मिलाकर चार गोलियां लगी है। जिनमें से एक सर में , एक दिल के पास, एक दाँए फेफड़े में और एक लिवर में लगी है। इन चारों गोलियों में से तीन गोलियां और उनके छरे शरीर से ही बरामद कर लिये गए है तथा एक जो गोली सर में लगी थी वो सर के आर-पार हो गई है और उसे बरामद नही किया जा सका है।

सबसे महत्वपूर्ण बात यह सामने आई है की इन गोलियों में से सिर्फ दो गोलिया जो की एक दाँए फेफड़े में और एक लिवर में लगी है, सिर्फ वो ही एके – 47 से दागी गई है। बाकि दो जो दिल और सर में लगी है वो किसी 9.0 mm की पिस्तौल से चलाई गई है।मै यह कहना चाहता हु की पहले की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इस उपरोक्त बात का खुलासा क्यों नही किया गया। और मुझे तो यह समझ में नही आ रहा की हमारे राजस्थान पुलिस वाले इतने बड़े निशानेबाज कब से हो गये जो वो अमावस की रात को भी अँधेरे में शरीर के सबसे महत्वपूर्ण अंगों पर निशाने साध लेते है। राजस्थान पुलिस यह कह रही थी की हमने 10 गोलिया मारी है पर पोस्टमार्टम की रिपोर्ट तो कुछ और ही बयान कर रही है। पुलिस तो एनकाउंटर में एके – 47 का इस्तेमाल कर रही थी तो शरीर में पिस्तौल की गोली कैसे आई। यह बात कुछ जचती नही है।

3. तीसरी बात यह भी रिपोर्ट में कही गई है की आनंदपाल सिंह के खून में कैफीन की कुछ मात्रा मिली है। यह मात्रा 2.65 gm है। इसका मतलब यह हुआ की मारने से पहले आनंदपाल सिंह को कैफीन दिया गया था जिससे की वो मूर्छा की स्थिति में चले जाये और उनका काम आसान हो जाये।

भाइयो मैं आनंदपाल सिंह जी का केस लड़ रहा हु और इसमे मुझे आपका सहयोग चाहिये। इस नई पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद इनके परिजनों ने शव को लेने से इंकार कर दिया है और cbi जाँच की मांग कर रहे है। मै उनका पूरा साथ दे रहा हूँ और कृपा करके आप भी मेरा और पुरे परिवार का साथ दे।
Source ए• पी• सिंह, वरिष्ठ वकील और लीगल एडवाइजर

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