ढेबर झील या जयसमंद झील राजस्थान राज्य के अरावली पर्वतमाला के दक्षिण-पूर्व में स्थित एक विशाल जलाशय है। यह राजस्थान के प्रमुख पर्यटन स्थलों में से और झीलों में से एक है। इस झील को एशिया की सबसे बड़ी कृत्रिम झील होने का गौरव प्राप्त है। यह उदयपुर जिला मुख्यालय से 55 कि॰मी की दूरी पर दक्षिण-पूर्व की ओर उदयपुर-सलूम्बर मार्ग पर स्थित है। अपने चारो और प्राकृतिक परिवेश, हरियाली की अपार सीमाओ से बंधी हुए और बाँध की स्थापत्य कला की बेजोड़ सुन्दरता से यह झील वर्षों से पर्यटकों के आकर्षण का महत्त्वपूर्ण स्थल बनी हुई है। यहाँ पर लोकल पर्यटक के साथ2 पुरे भारत और विदेशो से भी कही पर्यटक इस सुन्दर झील को देखने पहुचते है, यहां घूमने का सबसे उपयुक्त समय मानसून के समय है क्युकि मानसून के समय यह झील चारो और हरियाली ओढे हुए रहती है, झील के साथ वाले रोड पर केन से बने हुए घर बडा ही मनोरम दृश्य प्रस्तुत करते हैं। यह झील का सबसे सुन्दर दृष्य है। झील के चारो और का architecture बोहत ही लुभावना है ।
निर्माण??
इसका निर्माण अलवर के महाराज जय सिंह ने 1910 में पिकनिक के लिए करवाया था। उन्होंने इस झील के बीच में एक टापू का निर्माण भी कराया था।, बताया जाता है कि कुछ वर्षों पूर्व इस झील में नौ नदियों एवं आधा दर्जन से भी अधिक नालों से जल आता था, लेकिन अब मात्र गोमती नदी और इसकी सहायक नदियों और कुछ नालों से ही जल का आगमन हो पाता है। इस वजह से झील को भरने में समय लगता है और राजस्थान में बारिश का भी अभाव रहता है
जयसमंद पाल पर जनता का रैला

उदयपुर शहर से 55 Approx किमी दूर एशिया की सबसे बडी दूसरे मीठे पानी की झील जयसमंद अब सिर्फ डेढ फ़ीट खाली है। इसकी पूर्ण भराव क्षमता 27.5 Feet है। एक रिपोर्ट अनुसार जयसमंद झील में रोज एक फ़ीट पानी आ रहा है इस तरह पानी की अवाक बनी रही तोह यह मंगलवार को छलक जाएगी। रविवार के छुट्टी होने के वजह से जिस तरह शहरवासियों की भीड पाल पर पहुंची उससे ऐसा लगा मानो लोग पहले ही मन बना चुके थे कि इस रविवार को वे जयसमंद झील को जरूर निहारेंगे। रविवार के दिन पूरी जयसमंद पाल एक Tourist स्पॉट बनी हुए थी काफी मात्रा में लोग यहाँ पर आये हुए थे, सुबह से जयसमंद पाल पर शहरवासियों का रैला उमड पडा। जयसमंद की पाल पर वाहनों की लंबी कतारें लग गई|

अब तक के इतीहास में वर्ष 2006 के बाद 10 सालों के बाद इस झील में इतनी पानी आवक हुई है। अधिकांश शहरवासियों की पिकनिक और रविवार की छुट्टी का आनंद जयसमंद झील की पाल पर हुए । दस सालों बाद और इतने लंबे अंतराल के बाद आये इतने पानी फ़ीट को देखने सुबह से उदयपुर सहित आसपास के गांव सलूम्बर, सराडा, चावण्ड आदि क्षेत्रों से भी लोग इसके जलस्तर को देखने आए। हर आये हुए लोगो मेसे हर कोई एक ने सेल्फी और जयसमंद झील के फोटो लिए और उनको सोशल मीडिया Facebook, Instagram, पर पोस्ट किया । कई नोजवान युवाओं ने तो झील में तैराकी का आनंद लिया। झील में लोगों ने नौकायन का आनंद भी लिया । कई परिवारों ने पाल पर बनी छतरियों में पिकनिक मनाई। दोपहर बाद पाल पर भारी भीड के चलते वाहनों की लंबी कतार लग गई। जयसमंद व उदयपुर मार्ग के बीच भी कई बार जाम की स्थिति बनी थी ।